21वीं सदी की महान त्रासदी रूस और यूक्रेन संघर्ष - तृतीय विश्व युद्ध का खतरा; The Great Tragedy of the 21st Century Russia and Ukraine Conflict - World War III- Threat for the World

PNIB WORLD NEWS
Central News Bureau,
World News-Centre
Bureau of Foreign Affairs Broadcast,
India Central Issue.

By-
Chief of Information Broadcasting
U.P. India.

21वीं सदी की महान त्रासदी रूस और यूक्रेन संघर्ष - तृतीय विश्व युद्ध का खतरा

The Great Tragedy of the 21st Century 21वीं सदी की महान त्रासदी रूस और यूक्रेन संघर्ष - तृतीय विश्व युद्ध का खतरा

The Great Tragedy of the 21st Century Russia and Ukraine Conflict - World War III- Threat for the World- Threat for the World

एक भारतीय एवं संवेदनशील नागरिक होने के नाते मेरा कहना है कि आज हम एक सभ्य समाज और संसार में रह रहे हैं, ऐसा कौन सा देश और समाज है जिसके पास अपनी सभ्यता को सम्हालने के लिए एक बेहतरीन उपाय ना हो,.
 
ऐसी कौन सी समस्या है जिसका समाधान विचारों के सामंजस्य एवं आपसी सूझ बूझ से ना निकलने वाला हो, मेरे विचार से आज समाज का कोई भी यथार्थ एवं संवेदनशील चिंतक इस बात से इत्तेफ़ाक़ रखेगा की समस्या या मतभेत 
को मानवतावादी मूल्यों को कुचलते हुए युद्ध जैसी भयानक विभीषिका के द्वारा निपटाया जाय.
 
किसी भी नैतिक मूल्यों की शब्दकोष या पुस्तक में हम नैसर्गिक स्वभाव इश्वर द्वारा प्रदत्त उद्बोधन में उसके द्वारा पैदा किये इंसान को मार कर, संसार के सामने अपने आप को सर्वाधिक शक्तिशाली होने का दिखावा करना और जबरदस्ती किसी बात को मनवाना, घृणित कर्मो की श्रेणी में रक्खे जाने योग्य कर्म है, यहाँ तक की विचार भी करने योग्य नहीं है. 

अमेरिका और नाटो देश इस असंवेदनशील कार्यवाई की निंदा करते नहीं थकते, लेकिन किसी भी देश ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से सकारत्मक रूप से पुनर्विचार करने की बात को पूरी सम्वेदनशीलता एवम दृढ़ता के साथ नहीं रखा।  

हमरे माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भगीरथ प्रयास किया. गरज़ यह की पुतिन से दोस्ती  और रूस के साथ हमारे ऐतिहासिक सम्बन्धो के चलते एवं  सकारात्मक विचारों की प्रेरणा स्वरुप पुतिन ने मोदी जी से उक्रैन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकलने में मदद करने एवं परिस्थितियों के सकारात्मक होने  पर पुनर्विचार सुनिश्चित करने का आश्वासन दे दिया. मोदी जी ने यहाँ तक कह दिया, भाई तुम लोगों के विचार अगर आसानी से एक सम्मत नहीं होते तो भारत मध्यस्थता तक करने को तैयार है. फिलहाल पूरे विश्व की नज़र इस वक्त भारत पर आ कर टिक गई है, मोदी जी का व्यवहार ही शायद आज भारत के विश्व कुटुंबकम के सिद्धांत एवं सम्पूर्ण विश्व को एक दूसरे के प्रति सकारात्मक सोच और दृष्टि रखने के लिये एक वैश्विक मंच पर लाने का सार्थक प्रयास है. पूरे विश्व ने २१.जून को योग को भारत का  आवश्यक स्वास्थ मंत्र मान कर विश्व  योग दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।  

रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की सोच में चाइनीज़ जिनपिंग का स्वाद 

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में तैनात सैन्य बलों के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि रूसी और यूक्रेनी बलों के बीच संघर्ष को लागू किया गया है

अमेरिका और नाटो समर्थित देशों द्वारा अनियमित परस्पर विरोधी बयान और यूक्रेन को समर्थन। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की घोषणा के बाद रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला किया है

उन्होंने उसी समय देश के पूर्व में एक "विशेष सैन्य अभियान" को अधिकृत किया था जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अपने दूसरे आपातकाल के लिए मुलाकात की थी

सीज फायर को लेकर रूस और यूक्रेन में बैठक

पुतिन ने यूक्रेन के सेवा सदस्यों से "अपने हथियार डालने और घर जाने" के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि विशेष सैन्य कार्रवाई "विसैन्यीकरण के उद्देश्य से" थी और यूक्रेन का अस्वीकरण।" इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने अपने रूसी समकक्ष के साथ वार्ता की असफल मांग की
व्लादिमीर पुतिन। ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस जल्द ही "यूरोप में एक बड़ा युद्ध" शुरू कर सकता है। यूक्रेन के सामने आने पर भी वलोडिमिर ज़ेलेंस्की का बयान आया

रूसी आक्रमण की धमकी। यूक्रेनी सरकार ने टकराव के कारण पूर्वी यूक्रेन में मध्यरात्रि से सुबह 7 बजे तक हवाई अड्डों को बंद कर दिया
रूस के साथ। इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यूक्रेन के अनुरोध पर एक आपातकालीन बैठक कर रही है।


भारत की योग क्षमता और आध्यात्मिक शक्ति सम्पूर्ण विश्व के लिए एक शांति का रास्ता खोलता है, 
तमाम आध्यात्मिक एवं योग केंद्रों पर पश्चिमी देशों के नागरिको का जमवाड़ा इस बात प्रमाण है।  
कुल मिला कर संसार को मिली विज्ञानं की तमाम उपलब्धियों के बावजूद हर इंसान शांति को पसंद और अपने भगवान् पर विश्वास और बिना शर्त उस शक्ति से जुड़ना चाहता है। 
 
ऐसी विश्व सोच और इक्कीसवीं शतब्दी की ज्ञान उपलब्धियों को दर किनार कर पुतिन की विस्तार वादी नीतियों में चीन की विस्तार अवसर सोच का पुट भी नज़र आता है।  
जहाँ तक पुतिन के आत्म-तर्क के साथ यूक्रैन के राष्ट्रपति जालेंस्की के विरोध एवं मतभेद का सवाल है, रूस और यूक्रैन दोनों संयुक्त राष्ट्र रशिया का ही हिस्सा हैं।  इस नाते भी इस तरह का टकराव छोड़ कर आपसी सहयोग की नीतियों एवं दोनों राष्ट्रों को एक दूसरे के हितों का ध्यान रख कर शांति का द्वार खोलना चाहिए।  

विश्व के सभी शक्तिशाली देशों को यह ध्यान रखना चाहिए की जिस तरह से पुतिन को  यूक्रैन के विरोध का सामना करना पड़ रहा है और पुतिन द्वारा न्यूक्लियर वॉर की धमकी दी जा रही है , और यह हो भी सकता है, जिस तरह पुतिन की मानसिक स्थिति है, अगर विश्व को तीसरे युद्ध में झोंक दिया जाता है।  सम्पूर्ण विश्व के लिये यह अत्यंत भयावह परिणाम का कारण होगा। और अगर सम्पूर्ण विश्व को अपनी शक्तियों एवं धन का प्रयोग विध्वंस पर करना पड़ा तो वह वक्त दूर नहीं जब इक्कीसवी शताब्दी की उपलब्धियों के विस्तार को छोड़ कर संसार को पुनः स्थापित करने के लिए फिर से नयी शुरुआत करनी पड़ेगी और यह  सभी के लिए  अत्यंत कष्टकारी स्थिति होगी. विश्व की पुनर्स्थापना एक बहुत बड़ा विषय है।  इसलिए पूरे विश्व को इस  युद्ध की स्थिति टालने का भरपूर प्रयास निश्चित रूप से करना पड़ेगा, एक नहीं एक लाख बार  विचारो का मंथन करना होगा, अकेले या संयुक्र रूप से।  

सीज फायर को लेकर रूस और यूक्रेन की बैठक:

रूसी शांति वार्ता प्रतिनिधि आज 2 मार्च 2022 को उक्रेन और बेलारूस की सीमाओं की ओर बैठक में भाग लेने के लिए जा रहे हैं, अंतिम सूचना पर यूक्रेनियन अभी भी शांति बैठक के लिए प्रस्थान  की योजना बना रहे हैं, 
ज़ेलेंस्की को अपने देश के पक्ष में एक उचितऔर शीघ्र ठोस  कदम उठाना होगा इस विनाश का समाधान निकालने के लिए और जो  देश के हित  में सही सही हो । 

Abraham Lincoln Sathi
Bureau Chief,
PNIB NEWS INDIA
Vice-Chairman, 
Board of News Editorial and Broadcasting
Uttar Pradesh, U.K. NCR, DEL. India.
pompy wtryskowe|cheap huarache shoes| bombas inyeccion|cheap jordans|cheap air max| cheap sneakers|wholesale jordans|cheap china jordans|cheap wholesale jordans